संगीतकार ए.आर. रहमान को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। ये तो हम सब जानते हैं कि वो कई मेगा प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे हैं तथा अपने संगीत से जादू बिखेरते रहे हैं। हाल ही में वे 77वें कान फिल्म महोत्सव का हिस्सा बने, जहां उन्होंने अपनी आगामी डॉक-फीचर फिल्म ‘हेडहंटिंग टू बीटबॉक्सिंग’ पेश की।
इसका निर्देशन रोहित गुप्ता ने किया है तथा इसका निर्माण संगीतकार ए.आर. रहमान ने स्वयं किया है। इसमें रहमान की यात्रा तथा संस्कृतियों, जनजातियों और पीढ़ियों में उनके संगीत के विकास को दर्शाया गया है।
नागालैंड सरकार के मुख्यमंत्री के सलाहकार अबू मेथा, जो लॉन्च के समय मौजूद थे, उन्होंने ने कहा, “इस विचार का बीज तब आया जब ए.आर. रहमान प्रसिद्ध हॉर्नबिल महोत्सव का हिस्सा बनने के लिए नागालैंड आए थे। हमें पता था कि हमें इसका हिस्सा बनना है। यह फिल्म कई रचनात्मक दिमागों, विशेष रूप से टीएएफएमए का सहयोग है तथा निर्देशक रोहित गुप्ता ने इसे बेहतरीन ढंग से फिल्माया है। असली नायक नागालैंड के संगीतकार हैं, जो ऐसी कहानियां सुनाते हैं जो अनादि काल से चली आ रही हैं तथा उनका संगीत हमारे युवाओं की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।”
साथ ही निर्देशक रोहित ने कहा, "इस फ़िल्म को बनाने में 5 साल लगे हैं और यह मेरे लिए एक तरह का कायापलट है। आज का समृद्ध और जीवंत संगीत, अतीत के दागों को पीछे छोड़ता हुआ, कुछ ऐसा है जिसने फ़िल्म निर्माण के दौरान मुझे वाकई चौंका दिया। मैं दर्शकों को हमारी कड़ी मेहनत और नागालैंड के संगीत में मौजूद जादू को देखने के लिए उत्साहित हूँ।"
उल्लेखनीय है कि एक निर्माता के तौर पर ए. आर. रहमान की ये दूसरी फिल्म है। इससे पहले उन्होंने '99 सॉन्ग्स' नामक फिल्म का निर्माण किया था जिसे बुसान फ़िल्म फ़ेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था।